Sacrum ( कूल्हे की हड्डी ) में दर्द का होम्योपैथिक दवा | Homeopathic Medicine For Sacrum Pain In hindi

जहां आपके निचले रीढ़ और श्रोणि कनेक्ट होते हैं उसे sacrum कहते हैं। Sacrum में दर्द होने को Sacroiliitis कहते हैं। Sacroiliitis आपके नितंबों या पीठ के निचले हिस्से में दर्द पैदा कर सकता है, और एक या दोनों पैरों तक दर्द जा सकता है। लंबे समय तक खड़े रहने या सीढ़ी चढ़ने से दर्द और बिगड़ सकता है। यह उन रोगों के समूह से जुड़ा हुआ है जो रीढ़ की सूजन संबंधी गठिया का कारण बनते हैं।

Sacroiliitis से जुड़ा दर्द सबसे अधिक नितंबों और पीठ के निचले हिस्से में होता है। यह पैर, कमर और यहां तक कि पैरों को भी प्रभावित कर सकता है।

Sacroiliitis के कारण

  • लम्बा खड़ा रहना
  • एक पैर पर दूसरे की तुलना में अधिक देर खड़ा रहना
  • सीढ़ियाँ चढ़ना
  • दौड़ना
  • वजन उठाना
  • अधिक देर तक झुकने का काम करना

Sacrum में दर्द का होम्योपैथिक दवा

Aesculus hip 30 – सूखा बवासीर के साथ हल्की पीड़ा, टहलने या खड़े होने से बढ़ जाने के लक्षण पर आप Aesculus hip 30 की 2 बून्द दिने में 3 बार लें।

Aloe Socotrina 30 – खिंचाव और भारीपन महसूस होना, दर्द शाम के समय बढ़ जाना। खूनी बवासीर और दस्त के लक्षण भी रह सकते हैं। ऐसे में Aloe Socotrina 30 का इस्तेमाल करें।

Baptisia 30 – Sacrum ( त्रिकास्थि ) में, नितम्बों के चारों तरफ और टांगों में दर्द होना। दर्द अधिक और कुचलने जैसा होता है, ठण्ड से, बंद कमरे में, नमी में दर्द बढ़ जाता है, तो ऐसे में Baptisia 30 उपयोगी है।

Berberis vulgaris 30 – हल्का और कभी ज्यादा दर्द, कुचलने जैसा, खींचने और दबाने जैसा दर्द, लेटने, बैठने और झुकने पर दर्द बढ़ जाना, गुदा प्रदेश का रोग जैसे लक्षण पर Berberis vulgaris 30 की 2 बून्द दिने में 3 बार लें।

Helonias Dioica 30 – Sacrum ( त्रिकास्थि ) और श्रोणि में कमजोरी महसूस होना, Sacrum में भार की अनुभूति के साथ खिंचाव जैसा दर्द। कमर में भी थकान और दर्द होना। रोगी तब अच्छा महसूस करता है जब वह किसी काम में व्यस्त रहता है या उसका ध्यान किसी काम में लगा रहता है। Sacrum की तरफ धयान जाते ही दर्द महसूस होने लगता है, ऐसे में Helonias Dioica 30 का इस्तेमाल करें।

Lachesis 30 – Sacrum तथा गुदास्थि में दर्द, बैठने के बाद उठने पर दर्द बढ़ जाना, चुपचाप लेटे रहने से दर्द में आराम मिलता है। ऐसे लक्षण पे Lachesis 30 का इस्तेमाल करना है।

Sabina 30 – त्रिकास्थि से जाँघ तक दर्द फैलने के लक्षण पर Sabina 30 की 2 बून्द दिने में 3 बार लें।

Sepia 30 – गर्भाशय के रोग या मूत्र के भार के कारण त्रिकास्थि में खिंचाव वाली दर्द में Sepia 30 की 2 बून्द दिने में 3 बार लें।

Tellurium metallicum 30 – दबाव और कुचलने जैसा दर्द, छूरी के काटने जैसा, हिलने-डुलने, खाँसने, हँसने और झुकने से दर्द बढ़ जाना भी एक लक्षण है। ऐसे में Tellurium metallicum 30 की 2 बून्द दिने में 3 बार लें।

Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द के लिए रोगी के पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर

प्रश्न – इस लेख में Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द के लिए जो होम्योपैथिक दवा बताया गया है वो मैं किस कंपनी का लूँ तो बेहतर रहेगा ?

उत्तर – अगर आप Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द की दवा लेना चाहते हैं तो Dr Reckweg, SBL या WSI किसी भी कंपनी का ले सकते हैं, सभी Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द पर अच्छा काम करती है।

प्रश्न – Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द की जो दवा बताई गई है उसका कोई साइड इफेक्ट है ?

उत्तर – Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द की जो भी होम्योपैथिक दवा यहाँ बताई गई है, उसका किसी प्रकार का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है।

प्रश्न – Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द की दवा अगर लू तो क्या-क्या परहेज रखनी चाहिए ?

उत्तर – Sacrum ( त्रिकास्थि ) में दर्द हो या कोई भी बीमारी में होम्योपैथिक दवा अगर ले रहे तो आप कच्चा प्याज, कच्चा लहसुन, कॉफी, खट्टी चीजों का परहेज कुछ समय के लिए करें।

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